किशोरावस्था की बौद्धिक अक्षमता: बालिकाओं की निजता एवं उनके माता-पिता की उनके भावी जीवन के प्रति चिंता का अध्ययन
Keywords:
बौद्धिक अक्षमता, किशोरावस्था, बालिकाएँ, निजता, माता-पिता की चिंता, भविष्य, स्वायत्तता, समावेश।Abstract
यह शोध किशोरावस्था में बौद्धिक अक्षमता से ग्रस्त बालिकाओं के जीवन में निजता के महत्व और उनके माता-पिता द्वारा उनके भविष्य को लेकर महसूस की जाने वाली चिंताओं का गहन विश्लेषण करता है। बौद्धिक अक्षमता, जिसे पहले मानसिक मंदता के रूप में जाना जाता था, एक विकासात्मक स्थिति है जिसकी विशेषता बौद्धिक और अनुकूली कामकाज दोनों में महत्वपूर्ण सीमाएँ हैं। किशोरावस्था, स्वयं में एक परिवर्तनकारी चरण है, जो बौद्धिक अक्षमता वाली बालिकाओं के लिए अतिरिक्त चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है, विशेष रूप से उनकी उभरती हुई कामुकता, सामाजिक एकीकरण और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने की क्षमता के संबंध में। यह अध्ययन मात्रात्मक और गुणात्मक दोनों तरीकों का उपयोग करते हुए, बौद्धिक अक्षमता वाली बालिकाओं के निजता के अनुभवों, उनके परिवार के सदस्यों की धारणाओं और भविष्य की योजनाओं का पता लगाता है। शोध का उद्देश्य माता-पिता की चिंताओं के मूल कारणों को समझना, निजता बनाए रखने में आने वाली बाधाओं की पहचान करना और बौद्धिक अक्षमता वाली बालिकाओं के लिए एक सहायक वातावरण बनाने के लिए संभावित रणनीतियों का सुझाव देना है जो उनकी स्वायत्तता और गरिमा का सम्मान करता है। निष्कर्षों से नीति निर्माताओं, सेवा प्रदाताओं और परिवारों को बौद्धिक अक्षमता वाली बालिकाओं के समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हस्तक्षेपों और समर्थन प्रणालियों को तैयार करने में मदद मिलने की उम्मीद है।